क्षेत्र की एकजुटता व जागरूकता ही बचा सकती है भू माफियाओं से पहाड़ की जमीनें: सुबोध

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 क्षेत्रवासियों ने बैठक में बाहरी लोगों को जमीन न बेचने का लिया निर्णय

वाचस्पति रयाल@नरेंद्रनगर।

देश के बड़े शहरों सहित विदेशी भू माफिया भी पहाड़ में आकर ग्रामीण क्षेत्रों में भोले-भाले ग्रामीणों को झांसा देकर औने-पौने दामों पर जमीन खरीदते चले जा रहे हैं।

बाहरी लोगों के पहाड़ में बसने से यहां की संस्कृति, सभ्यता और रीति- रिवाज प्रदूषित होते चले जा रहे हैं। यहां की शांत वादियों का सुसंस्कृत युक्त सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न होता जा रहा है।

   यह बात हेंवलघाटी क्षेत्र की पट्टी कुंजणी के केंद्रीय स्थल खाडी में आयोजित एक विशाल जनसभा में ग्रामीणों ने मुखर होते हुए उस वक्त कही ,जब क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के कृषि तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल , उत्तराखंड आंदोलन में शहीद हुए रविंद्र रावत तथा देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नवनिर्मित स्मारक लोकार्पण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। 

  इस स्मारक लोकार्पण कार्यक्रम में क्षेत्रीय लोगों ने,बाहरी भू माफियाओं से जमीन बचाने के मुद्दे को ,क्षेत्र में जन जागरूकता लाने के मकसद से ,मुखर होकर प्रमुखता से उठाया। ताकि क्षेत्र के लोग वक्त रहते हुए भू माफियाओं को अपनी जमीन बेचने से बचा सकें।

   बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचने पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का फूल-मालाओं व ढोल- नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया गया।

   इस मौके पर सुबोध उनियाल के हाथों शहीद रविंद्र रावत तथा देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नवनिर्मित स्मारक का लोकार्पण किया गया।

  स्मारकों पर पुष्प व मालायें अर्पित कर  दी श्रद्धांजलि 

  कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के वन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने पृथक प्रदेश के लिए रविंद्र रावत की शहादत तथा देश के लिए आयरन लेडी कहे जाने वाली श्रीमती इंदिरा गांधी को स्मरण करते हुए कहा कि इन दोनों शहादतों को प्रदेश व देश नमन करता है।

 

  क्षेत्र के लोगों द्वारा बाहरी भू माफियाओं से जमीन बचाने के मुद्दे पर उनियाल का कहना था कि क्षेत्र की एक जुटता रूपी, जागरूकता भूमाफियाओं से पहाड़ की जमीन बचाने में अहम साबित हो सकती है। मगर इसके लिए गांव -गांव व घर-घर तक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।

  पृथक उत्तराखंड आंदोलन के लिए रविंद्र रावत की कुर्बानी को याद करते हुए, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि पहाड़ के जल जंगल व जमीन को बचाने के लिए मातृशक्ति व युवा शक्ति अपनी पुश्तैनी जमीन को बचाने के लिए एकजुटता से आगे आएं।

  मंत्री उनियाल ने ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र सिंह भंडारी के अनुरोध पर खाड़ी से आमसेरा तक स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए 15 लाख धनराशि की घोषणा की।

  मंत्री द्वारा स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदी बहनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंत्री ने कहा कि जंगलों को आग से बचाने वाली ग्राम पंचायतों को धनराशि प्रदान की जाएगी। 

  उन्होंने आगे कहा कि भू माफियाओं के साथ गलत तौर तरीकों से राजस्व उप निरीक्षक की जमीन खरीद-फरोख्त में यदि मिली भगत सामने आई तो इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा , मंत्री ने उप जिलाधिकारी नरेंद्रनगर देवेंद्र सिंह नेगी को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि जमीन के क्रय-विक्रय के मुद्दे पर गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करें।कहा कि लालच में आकर ना तो कोई जमीन बेचे और ना बिकवाने का काम करें।

  विधायक सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार ने जमीन की बिक्री रोकने के लिए कानून बनाया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे जमीन क्रय- विक्रय के मामलों को गंभीरता से लें और सही जांच करने के बाद ही उनका निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि केवल सरकार के कानून बना देने से ही जमीन की बिक्री नहीं रुकने वाली। 

  कार्यक्रम के संयोजक ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी ने कहा कि हेवलघाटी में जमीन बचाने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा और इस मुद्दे पर जल्द ही एक और बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बाहर के लोग यहां आकर गांव के भोले-भाले लोगों को प्रलोभन देकर उनकी कृषि योग्य भूमि को खरीद रहे हैं, जिससे आने वाले दिनों में पहाड़ की संस्कृति, सभ्यता,आस्था, संस्कार और अस्मिता के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होने की संभावना है, लिहाजा जमीन की बिक्री पर रोक लगाकर पहाड़वासी, पहाड़ की अस्मिता को बचाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। 

  इस मौके पर पर्यावरणविद विजय जड़धारी ने कहा बाहर के लोगों ने यहां बड़े स्तर पर जमीनी खरीद ली है और वे यहां बड़े-बड़े होटल बनाकर यहां का सामाजिक व सांस्कृतिक माहौल प्रदूषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव के लोग यदि इसी प्रकार अपनी जमीन बेचते रहेंगे तो आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ नहीं बचेगा। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी गांधीवादी नेता व जमुनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित धूम सिंह नेगी ने कहा कि हेंवल घाटी के लोगों ने पूरी दुनिया को चिपको आंदोलन के माध्यम से अपने संसाधन जल, जंगल व जमीन बचाने का संदेश दिया था, लेकिन जिस प्रकार से यहां की जमीन बिक्री की जा रही है वह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए संगठन बनाकर अभियान चलाए जाने की जरूरत है। बैठक में विभिन्न गांव के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव रखे और कहा कि वे अपने यहां बैठक कर इसके लिए लोगों को जागरूक करेंगे।

  इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य सरिता रौतेला, घंटाकर्ण धाम के अध्यक्ष विजय प्रकाश बिजल्वाण, मीडिया प्रभारी नरेंद्र बिजल्वाण, व्यापार सभा पोखरी के अध्यक्ष जोत सिंह असवाल,पूर्व प्रधान शूरवीर सिंह भंडारी, शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष रहे, वर्तमानसमाजसेवी दिनेश प्रसाद उनियाल, सिद्धार्थ राणा, विनोद जड़धारी,आशीष जड़धारी, रवि गुसांईं, विक्रम सिंह भंडारी, शीशपाल रौतेला, राजवीर सिंह भंडारी, विजय सिंह तड़ियाल, दयाल सिंह भंडारी, भूपेंद्र तड़ियाल, खुशबीर तड़ियाल आदि जनपद ग्रामीण मौजूद थे।

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