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वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।
साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जो कंप्यूटर और नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। इस अपराध के मास्टरमाइंड और ठगी में पारंगत शातिर लोगों का काम,गैर कानूनी तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाना होता है। वे अपनी वॉक पटुता से किसी की निजी जानकारी प्राप्त कर, गलत तरीके से उसमें,फेर बदल करते हुए, ऑनलाइन बैंक खातों से धनराशि चुरा लेते हैं, इससे बचने के लिये हमें सतर्क एवं जागरूक रहने की आवश्यकता है।
यह महत्वपूर्ण बात सीनियर सिविल जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री आलोक राम त्रिपाठी ने वर्तमान में बढ़ रहे साइबर अपराध, सोशल मीडिया फ्रॉड एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार होती जा रही युवा पीढ़ी सहित अन्य लोगों को जागरूक करने के मकसद से राजकीय पॉलिटेक्निक नरेंद्रनगर में आयोजित एक दिवसीय शिविर में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कही।
बताते चलें कि माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण -नैनीताल के निर्देशानुसार, जिला अधिकारी विधिक सेवा प्राधिकरण टिहरी के द्वारा साइबर अपराध एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी के संबंध में विगत 15 फरवरी से आगामी 29 फरवरी 24 तक निरंतर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। शिविर में पॉलिटेक्निक कॉलेज सहित अन्य लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस मौके पर सीनियर सिविल जज व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आलोक राम त्रिपाठी ने साइबर अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति कभी भी, किसी अनजान व्यक्ति से अपना बैंक खाता संख्या, एटीएम नंबर,ओटीपी आदि साझा न करें। कॉल करने वाले अनजान व्यक्ति को लेन-देन व खाता संबंधी कोई भी बात साझा ना करें, अविश्वसनीय लिंक को कतई भी खोलने का प्रयास न करें, इतना ही नहीं अनजान व्यक्ति को अपना मोबाइल फोन,आधार नंबर व फिंगरप्रिंट कदापि ना दें।
उन्होंने समझाते हुए कहा कि व्हाट्सएप पर आए किसी भी अनजान व्यक्ति की वीडियो कॉल को ना उठाएं व अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें।
बताया कि जब कभी अनजाने में, अपने आप को साइबर क्राइम के शिकंजे में फंसे पाओ तो, सहायता के लिए अभिलंब पुलिस थाने में सूचना देने के साथ ही नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करने को कहा। इस मौके पर युवाओं ने उत्सुकता बस कई प्रश्नों के उत्तर चाहा, जिन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री त्रिपाठी ने प्रश्न करताओं के सवालों के उत्तर देते हुए, सभी की शंका दूर की।
इस मौके पर एसएचओ नरेंद्रनगर गोपाल दत्त भट्ट ने साइबर ठगों की करामाती के शिकार हुए अनेकों घटनाओं से सभी को अवगत कराते हुए कहा कि आज के दौर में साइबर क्राइम से बचने की बड़ी जरूरत है।
एस एच ओ गोपाल दत्त भट्ट ने कहा कि ऑनलाइन बैंकिंग व्यवस्था के अंतर्गत जहां लेन-देन की प्रक्रिया अत्यंत सरल हुई है,वहीं साइबर अपराधी,इन परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए जनता के साथ तरह-तरह के छल-कपट करते जा रहे हैं। कहा कि इन अपराधियों के धोखे से बचने के लिए यह अभियान कारगर सिद्ध होगा। श्री भट्ट ने भी प्रश्न कर्ताओं के उत्तर देते हुए, उनकी शंका का समाधान किया।
पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रधानाचार्य दिनेश कंजोलिया ने कॉलेज व शिविर में प्रतिभा करने आए उपस्थित लोगों की ओर से मुख्य अतिथि सहित सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के जागरूकता वाले कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी व आम नागरिक साइबर क्राइम धंधों में लिप्त अपराधियों से अपने को बचाने में काफी हद तक सफल होंगे।
इस मौके पर पीएलवी उषा कैन्तुरा, सरिता कोठियाल, प्रशासनिक अधिकारी शकुंतला, प्रवक्ता अंग्रेजी रेनू डबराल, प्रणव रावत, जीवन सिंह, सुनील सैनी, आशुतोष, गायत्री फोनिया, प्रिया डंगवाल व सोनिका सहित बड़ी संख्या में कॉलेज के छात्र-छात्राएं व अन्य उपस्थित थे।