स्टार्टअप बूट कैंप प्रशिक्षण स्वरोजगार की दिशा में अहम: एचसी हटवाल

 1,696 total views

वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।
यहां स्थित धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय में दो दिवसीय स्टार्टअप बूट्स कैंप का प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है।
इस मौके पर जिला उद्योग महाप्रबंधक टिहरी हरिश्चंद्र हटवाल कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व अन्य आगंतुक अधिकारियों तथा प्रधानाचार्यों द्वारा सरस्वती के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम का महत्व व विषय संबंधी जानकारी देते हुए जिला उद्योग महाप्रबंधक टिहरी हरिश्चंद्र अटवाल द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि देश का भविष्य कहे जाने वाली युवा पीढ़ी जीविकोपार्जन के लिए सिर्फ सरकारी नौकरी के भरोसे रहने के बजाय स्वयं का उद्यम स्थापित कर स्वावलंबी बनने की दिशा में अग्रसर हों।

इसी मकसद से भारत सरकार द्वारा जनवरी माह के वर्ष 2016 में इस शानदार पहल की शुरुआत के साथ सवा लाख से अधिक स्टार्टअप उद्यमिता के जरिए 12 लाख से अधिक लोग रोजगार पा चुके हैं। कहा कि हमारा लक्ष्य युवा पीढ़ी को उद्यमिता के लिए स्टार्टअप योजना के अंतर्गत प्रोत्साहित करना है।

जिला मुख्य प्रबंधक हटवाल ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि उनकी उद्यमिता के लिए विभाग ने सिंगल विंडो विकसित कर स्टार्टअप, लाइसेंसिंग, एन ओ सी, पेटेंट ,वित्त आदि विषयों पर व्यापक सुविधा देने का ढांचा तैयार किया हुआ है, जिसका वे लाभ ले सकते हैं।
महाविद्यालय नरेंद्रनगर के प्राचार्य प्रो० राजेश कुमार उभान ने विद्यालय की ओर से सभी आगंतुकों और विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए छात्रों से वस्तु ,सेवा तथा विचारों में नवीनता को नवाचार का आधार बताकर उद्यमिता को स्टार्टअप करने का आधार बताया।

ग्राफिक इरा से आए मास्टर ट्रेनर प्रोफेसर सचिन घाई ने उद्यमिता के लिए संवेदनशीलता,समझ तथा निपुणता को आवश्यक बताया, उन्होंने उद्यमिता के लिए नौ सोपान के “द बिजनेस मॉडल कैनवस” पर भी चर्चा की। ग्राफिक एरा देहरादून की प्रोफेसर आशीष थपलियाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनौतियों के समाधान की प्रक्रिया ही उद्यमिता स्टार्ट अप को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित होती है।
उन्होंने उद्यमिता के लिए विचारशील युवाओं को टी. बी . आई . की ओर से मदद का आश्वासन दिया।

बूट कैंप में डॉक्टर दीपक कौशल एवं रजत शर्मा ने भी उद्यमिता के लिए मॉडल कैनवस की बारीकियों पर अपने परिपक्व व सुदृढ़ विचार रखे।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ संजय कुमार ने मेजबान होने के नाते सभी का आभार व्यक्त करते हुए बूट कैंप की सफलता के लिए कार्य करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि आज का संघर्ष शील युवा कल देश का जिम्मेदार नागरिक बने, रोजगार के लिए सरकारी के दफ्तरों में झांकने के बजाय वह स्वरोजगार चलाकर अपने पैरों पर खड़ा हो और स्टार्टअप के जरिए अन्यों को भी रोजगार देने में सक्षम हो, वर्ष 2047 से पहले ऐसे भारत का निर्माण करना है।

डॉ० संजय कुमार ने स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए कहा कि इसका मकसद नए विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकीय तंत्र का निर्माण कर देश का आर्थिक विकास एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों को पैदा करना है।
बूट कैंप में राजकीय पॉलिटेक्निक नरेंद्रनगर ,राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर,राजकीय महाविद्यालय पोखरी, राजकीय महाविद्यालय पावकी देवी के छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में प्रशिक्षण में बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया।

इस अवसर पर प्रो०आशुतोष शरण, डॉ राजपाल रावत,डॉ विक्रम बर्त्वाल, डॉ सपना कश्यप , डॉ उमेश चंद्र मैठानी, डॉ राम भरोसे,नरेन्द्र बिजल्वाण सहित अन्य कॉलेजों के प्राध्यापकों सहित कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रशिक्षण लेने में दिलचस्पी दिखाई। कार्यक्रम का संचालन जितेंद्र नौटियाल ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *