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देहरादून। राजधानी देहरादून में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। हुआ यूं कि रविवार सुबह शहर कोतवाली, पटेलनगर कोतवाली व क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्रों में कई लोगों को अपने वाहन व दुकान आग से जलकर खाक हुए मिले। धीरे धीरे घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई कि आखिर एक ही दिन आगजनी की कई घटनाएं कैसे एक साथ हो गई। फिर सूचना पुलिस तक पहुंची। जिसके बाद पुलिस व खूफिया तंत्र सक्रिय हो गया।
शहर में आग की 13 घटनाओं को दिया अंजाम
पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर रविंद्र यादव ने जानकारी दी शनिवार रात थाने क्षेत्र के ब्राह्मणवाला, ब्रह्मपुरी, माजरा इलाके के साथ ही शहर कोतवाली और क्लेमनटाउन थाना क्षेत्र में कुल 12 दुपहिया वाहन जला दिए गए। इस दौरान एक टायर मैकेनिक की दुकान में भी आग लगाई गई। सूचना मिलने पर पुलिस टीमें मौके पर रवाना की गई छानबीन में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सभी घटनाओं में एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले व्यक्ति की तलाश कर उसे पकड़ लिया। आरोपी की पहचान इरफान (35) पुत्र लतीफ निवासी ब्राह्मणवाला के रूप में हुई।
पुलिस की पूछताछ में जो बातें सामने आई उससे हर को दंग रह गया। आरोपी ने बताया वह पलटन बाजार में चूड़ियां बेचता है। उसकी पत्नी काफी समय पहले मायके चली गई थी। उसके व्यवहार के चलते वह वापस नहीं लौट रही है। शनिवार रात उसने पत्नी से फोन पर बात की। उसने पत्नी से कहा कि अगर वह मायके से नहीं लौटती तो वह शहर में आग लगा देगा। इसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद आक्रोशित होकर घर से निकला। वह तीन थाना क्षेत्रों में घूमा। इस दौरान जहां भी दुपहिया वाहन एकांत में सड़क किनारे मिले, उन्हें जलाता चला गया।
बता दें कि सिरफिरा शहर में आग की 13 घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह आइएसबीटी पहुंचा और मेरठ जाने के लिए बस का इंतजार करने लगा, जहां रविवार सुबह पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर रविंद्र यादव ने बताया कि आरोपित पीठ पर बैग लादकर पूरे शहर में पैदल ही घूमता रहा।