डाइट सभागार में डीएम मयूर दीक्षित ने ली पीएसी की बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

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वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में कार्यक्रम परामर्शी समिति (पीएसी) की बैठक लेते हुए, विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि डायट की महत्ता को समझते हुए, बच्चों की उज्जवल भविष्य निर्माण के लिए, वर्ष का प्लान अभी से तैयार करना सुनिश्चित कर लें।

डीएम ने डायट की मकसद को रेखांकित करते हुए कहा कि एक बच्चे के जीवन में एक शिक्षक का उतना ही महत्व है जितना शिक्षार्थी के उज्जवल भविष्य निर्माण में डायट केन्द्रित शिक्षा का है।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने डायट की स्थापना का महत्व व गुणवत्ता परक शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का उद्देश्य, विद्यालयों में बाल केंद्रित एवं रुचि पूर्ण शिक्षा के वातावरण को विकसित करना है।बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस वर्ष का प्लान अभी से तैयार कर लें तथा जुलाई से प्लान पर कार्य करना अभी से प्रारम्भ करेंगे तो उसका परिणाम और अच्छा आयेगा। उन्होंने डायट द्वारा तैयार किये गये प्लान टिहरी की विरासत पर कार्य करने को लेकर कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में गहन जानकारी रखने वाले, सफल लोगों से संपर्क कर उनसे छात्र-छात्राओं को खास जानकारियां दिलाने का अनुरोध करें।

खास नवाचारी कार्यों का मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी करायें, ताकि औरों को भी जानकारी प्राप्त हो सके।
बताया कि डायट का अपना एक यू-ट्यूब चैनल https://youtube.com/@diettehrigarhwaluttarakhand?si=4914ZEbitOICrYPQ है, जिसके माध्यम से भी समय-समय पर रोचक ज्ञानवर्धक जानकारियां साझा की जाती हैं।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस वर्ष जनपद के सभी इण्टर कॉलेजों की सारणी तैयार कर विभिन्न विकास परक योजनाओं के भ्रमण हेतु छात्र-छात्राओं का दल तैयार करें तथा उन बच्चों को कृषि, उद्यान, बागवानी जैसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे सफल किसानों के कार्यों का निरीक्षण भी करवायें साथ ही जिला मुख्यालय पर एक वृह्द स्तर की कार्यशाला का आयोजन भी करायें जिसमें मुख्यतः शिक्षक, छात्र-छात्रायें एवं सफल लोगों की मौजूदगी हो।

डीएम ने कहा कि समय की आवश्यकता के इस दौर में रोजगार उत्पन्न करना भी एक अति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है,इसके लिए भी छात्र-छात्राओं की समय-समय पर काउंसलिंग करायी जानी चाहिए, ताकि विद्यार्थी जीवन में छात्र का स्किल डेवलपमेंट हो सके।
इस अवसर पर प्राचार्य डायट द्वारा परिसर हेतु सफाई कर्मी कम्प्यूटर संचालन व पुस्तकालय सम्बन्धी प्रस्ताव रखे गये, जिन पर जिलाधिकारी द्वारा मानकों के अनुसार कार्य करने के निर्देश समिति के सदस्यों को दिये गये।

इस अवसर पर कुल 72.40 लाख रूपए की धनराशि, विभिन्न कार्यों हेतु स्वीकृत किए गये।

बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल, प्राचार्य हेमलता भट्ट, अजय कुमार चौरसिया, प्रमोद पैन्यूली, जगमोहन मखलोगा, राजेन्द्र प्रसाद बडोनी, देव सिंह भण्डारी, दिनेश चन्द्र, सरिता असवाल सहित डायट व विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कार्मिक उपस्थित थे।

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