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हरीश पर की गई अभद्र टिप्पणी घटिया मानसिकता का परिचायक : वीरेंद्र
वाचस्पति रयाल
नरेंद्रनगर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत पर प्रदेश की बाल विकास मंत्री रेखा आर्य द्वारा गत दिनों की गई टिप्पणी को कांग्रेसियों ने भाजपा की गलत मानसिकता का परिचायक बताया है।
नरेंद्रनगर विकासखंड के पूर्व प्रमुख व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र सिंह कंडारी ने प्रदेश की बाल विकास मंत्री रेखा आर्य द्वारा हरीश रावत पर की गई टिप्पणी को बचकाना हरकत बताते हुए कहा है कि प्रदेश की एक मंत्री की ये टिप्पणी कि हरीश रावत ने लाखों महिलाओं के जीवन से खिलवाड़ किया है बेहद निंदनीय है।
प्रमुख कंडारी ने कहा कि इस तरह की अभद्र शब्दावली का प्रयोग करने से पूर्व मंत्री रेखा आर्य को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
पूर्व प्रमुख कंडारी ने मंत्री रेखा आर्य पर बड़ा हमला करते हुए बोला है कि उनके पति का कथित आपराधिक रिकॉर्ड आजकल अखबारों की सुर्खियां बटोर रहा है, ऐसे में यदि उन्हें अपने पद की गरिमा का ख्याल है,तो उन्हें नैतिकता के आधार पर तुरंत अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
कंडारी ने जोर देकर कहा कि हर किसी पर अपने पद की हनक व धौंस दिखाने में चर्चित हो चुकी मंत्री से प्रदेश की भाजपा सरकार इस्तीफा ले।
पूर्व प्रमुख ने बाल विकास मंत्री रेखा आर्य की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं, उन्होंने हैरानी जताते हुए सवाल किया है कि प्रतिष्ठित पद मंत्री का दायित्व संभाले हुए व्यक्ति के व्यवहार में क्या शिष्टता और सौम्यता नहीं झलकनी चाहिए।
वीरेंद्र कंडारी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे भी अनेकों सवाल दागते हुए प्रश्न किये कि आखिर इसकी वजह क्या है कि प्रदेश की एक मंत्री के साथ एक नहीं कई आईएएस अधिकारी काम करने को राजी नहों होते।
वीरेंद्र कंडारी ने कहा कि प्रदेश में मंत्री का दायित्व संभाले और महिलाओं का नेतृत्व करने वाली बाल विकास मंत्री रेखा आर्य को अपना शब्दकोश बढा़ने की बहुत बड़ी जरूरत है, ताकि अपने ज्ञानकोष के शब्दों के भंडार में उन्हें वार्तालाप के दौरान व्यवहारिक तथा परिमार्जित शिष्ट शब्दों के चयन में कठिनाई पैदा ना हो और दूसरों को ठेस पहुंचाने वाली अशिष्टता भी ना झलके।
कंडारी ने कहा कि प्रदेश में मंत्री पद का दायित्व संभाल रही रेखा आर्य को जब अपने से बड़े और राजनीति में वरिष्ठ नेता का सम्मान करना ही नहीं आता तो छोटों के प्रति उनका व्यवहार कैसा होगा इसको सहज ही समझा जा सकता है।
कंडारी ने कहा सरकार में मंत्री पद किसी के साथ लड़ाई झगड़ा करने अथवा दूसरे को नीचा दिखाने के लिए नहीं,बल्कि प्रदेश के विकास,प्रगति व जन समस्याओं के निराकरण के लिए दिया जाता है।
कंडारी ने कहा कि खोखले ज्ञान की इबारत पर सवार व्यक्ति का अहम सहित इबारत के जल्द चकनाचूर होने का आभास करा देता है।
कहा ऐसे बेलगाम लोगों की जुबां पर जनता 2022 में नकेल कसने का काम करेगी।