87 total views
रूड़की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की (आईआईटी रूड़की), शाह पेपर मिल्स लिमिटेड के तत्वावधान में सहारनपुर परिसर स्थित पेपर टेक्नोलॉजी विभाग में अडवान्स्ड पैकेजिंग रीसर्च लैबोरेटरी एवं कौशल विकास प्रोग्राम के विकास के लिए एक परियोजना का लॉन्च कर रहा है।
आईआईटी रूड़की आधुनिक अनुसंधान एवं कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए पेपर उद्योगों के साथ साझेदारी कर रहा है, जिसका समुदायों पर बड़ा प्रभाव होगा। आईआईटी रूड़की डेवलपमेन्ट फाउन्डेशन आईआईटी रूड़की के विश्वविख्यात फैकल्टीज़ की मदद से अकादमिक एवं उद्योग जगत के बीच के अंतर को दूर करने तथा इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। इसी दिशा में शाह पेपर मिल्स लिमिटेड गुजरात के वापी में स्थित अग्रणी पेपर निर्माता है। इसकी दो स्टैण्डअलोन युनिट्स हैं, जहां इंटीग्रेटेड पल्पिंग एवं ड्रिंकिंग सुविधा से युक्त आधुनिक मैनुफैक्चरिंग मशीनरी है। शाह पेपर मिल दो चरणों की आधुनिक ड्रिकिंग प्रक्रिया के द्वारा बेकार कागज़ की रीसायक्लिंग करता है और इस तरह पर्यावरण संरक्षण में योगदान देता है। शाह पेपर मिल्स की उत्पादन क्षमता 500 मीट्रिक टन प्रति दिन है, यह प्रतिदिन लगभग 550 मीट्रिक टन बेकार कागज़ को रोज़ाना रीसायकल करता है।
यह शाह पेपर मिल्स लिमिटेड की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल है, जिसका उल्लेख समझौता ज्ञापन में किया गया। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के मौके पर श्री प्रीतेश शाह, जॉइन्ट मैनेजिंग डायरेक्टर, शाह पेपर मिल्स लिमिटेड, श्री कनु मेहरा, गुजरात पेपर मिल्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि, श्रेयस बहेती, एक्ज़क्टिव डायरेक्टर, शाह पेपर मिल्स, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स- आईआईटीआरडीएफ- प्रोफेसर के.के. पंत, प्रोफेसर अक्षय द्विवेदी, प्रोफेसर भोला राम गुर्जर, प्रोफेसर मनीष श्रीखंडे, डीओआरए ऑफिस प्रतिनिधि, संतोष कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आईआईटीआरडीएफ, प्रोफेसर संजय पलसुले, एक्टिंग डीन, सहारनपुर परिसर, प्रोफेसर धर्म दत्त, हैड पेपर टेक्नोलॉजी और प्रोफेसर मिली पंत मौजूद थे। आईआईटी रूड़की डेवलपमेन्ट फाउन्डेशन आईआईटी रूड़की की धारा-8, गैर-लाभ कंपनी है, जिसकी स्थापना 12 मई 2021 को की गई थी।
गुजरात पेपर मिल्स एसोसिएशन गुजरात में स्थित पेपर निर्माण की प्रतिनिधि संस्था है। कागज के निर्माण में उत्कृष्टता हासिल करना तथा पेपर मिल सदस्यों की समस्याओं को हल करना इसका मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर गुजरात पेपर मिल्स एसोसिएशन ने डॉ धर्म दत्त, हैड पेपर टेक्नोलॉजी को पुरस्कार एवं रु 1.50 लाख नकद से सम्मानित किया। गुजरात पेपर मिल्स एसोसिएशन ने पेपर उद्योग में उनकी सेवाओं के लिए उन्हें यह सम्मान दिया, उन्होंने आधुनिक तकनीकों के साथ इस क्षेत्र के कर्मचारियों के कौशल विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार शाह पेपर मिल्स एवं आईआईटी रूड़की इस परियोजना के माध्यम से युवाओं को अपना कौशल दर्शाने और रोज़गार के अवसर पाने में मदद करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य 4: गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा एवं लक्ष्य 9: उद्योग, इनोवेशन एवं बुनियादी सुविधाएं- के तहत यह सीएसआर प्रोग्राम ग्रामीण इलाकों से आने वाले विज्ञान के स्नातकों के लिए मददगार होगा। इन छात्रों को पपर इफलुएन्ट टेस्टिंग में टेस्टर्स के रूप में तैयार किया जाएगा। इस कौशल विकास प्रशिक्षण के द्वारा छात्र पेपर एवं पल्प उद्योग की बारीकियों को समझ सकेंगे। स्थायी विकास लक्ष्यों के अनुसार व्यर्थ निर्माण को कम करने में मदद मिलेगी। यह प्रोग्राम छात्रों को खाद्य श्रृंखला के विभिन्न पहलुओं पर भी जानकारी देगा, ताकि भोजन की बर्बादी को कम किया जा सके और व्यर्थ के निर्माण को कम करने के प्रयास किए जा सकें।
प्रोफेसर के.के. पंत, आईआईटी रूड़की ने कहा, ‘‘आईआईटीआरडीएफ संस्थान एवं दानदाताओं के बीच तालमेल बनाएगा। शाह पेपर मिल्स लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी इस दिशा में दूसरी साझेदारी है, जो स्थायी प्रथाओं को अपनाकर सर्कुलर इकोनोमी के विकास एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी। आने वाले समय में हम सीएसआर पहलों के तहत इस तरह की साझेदारियों के लिए काम करते रहेंगे।’’
प्रीतेश शाह, जॉइन्ट मैनेजिंग डायरेक्टर, शाह पेपर मिल्स लिमिटेड ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि दोनों संगठनों के बीच इस साझेदारी के द्वारा आईआईटी रूड़की के छात्रों एवं उद्योग जगत दोनों को विशेष लाभ होगा। पेपर एवं पल्प उद्योग की बढ़ती क्षमता के साथ यह उद्योग युवाओं को रोज़गार के अवसर भी प्रदान कर रहा है, जो आने वाले समय में क्षेत्र के लिए फायदेमंद होंगे। शाह पेपर मिल्स आईआईटीआरडीएफ एक दूसरे के साथ मिलकर इस साझेदारी को और अधिक मजबूत बनाएंगे। यह साझेदारी निश्चित रूप से इस उद्योग की विभिन्न समस्याओं को हल कर करने में कारगर होगी।’
संतोष कुमार, चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर, आईआईटी रूड़की डेवलपमेन्ट फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘यह समझौता ज्ञापन महत्वपूर्ण है, जो आईआईटी रूड़की डेवलपमेन्ट फाउन्डेशन एवं शाह पेपर मिल्स के बीच सामरिक साझेदारी के मार्ग प्रशस्त कर रहा है। आईआईटीआरडीएफ हमारे दानदाताओं के साथ मिलकर आईआईटी रूड़की और समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करेंगे। गुजरात पेपर मिल्स के साथ हमारी साझेदारी एक नए दौर की शुरूआत है, जो आईआईटी रूड़की के ज्ञान का उपयोग कर गुजरात के पेपर उद्योग को लाभान्वित करेगी।’