बॉलीवुड स्टार बाबा हंसराज के भजनों पर पंडाल सहित खुले मैदान में झूमे दर्शक

 1,165 total views

  • विकास परख सोच के आदर्श प्रतिनिधि हैं सुबोध- रितु खंडूरी

वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।

श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास का 48 वां मेला इन दिनों अपने शबाब पर है।

मेले की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या जहां बॉलीवुड स्टार भजन गायक हंसराज रघुवंशी के नाम रही, तो वहीं सांस्कृतिक संध्या में पहुंचकर प्रदेश की विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने शिरकत करते हुए, मां श्री कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले को सांस्कृतिक, सामाजिक व धार्मिक परंपरा का अनूठा संगम बताया।

पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में भजन गायन के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी हुनर का डंका बजाने वाले बॉलीवुड स्टार हंसराज रघुवंशी जिन्हें शिव भक्त व बाबा के नाम से भी जाना जाता है,ने भगवान शिव पर आधारित एक से बढ़कर एक भजन *मेरा भोला है भंडारी, शिव समा रहे मुझ में, लागी लगन शंकर, शिव कैलाश के वासी, भोला मस्त मलंग सहित अनेकों भजनों को गाकर पंडाल में दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

इतना ही नहीं पंडाल में जगह कम पड़ने के कारण, दर्शक पंडाल के बाहर मैदान में झूमते थिरकते रहे।*

इससे पूर्व मेले में शिरकत करने आई विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी व मेला समिति के मुख्य संरक्षक सुबोध उनियाल, मेला संयोजक राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार व सलाहकार विनोद गंगोटी ने हॉलीवुड स्टार हंसराज रघुवंशी को श्री कुंजापुरी मंदिर की फोटो व शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया।

वहीं मेला समिति की ओर से मुख्य संरक्षक सुबोध उनियाल, संयोजक राजेंद्र विक्रम पंवार व सलाहकार विनोद गंगोटी ने टोपी व शाल भेंट कर विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी का सम्मान किया।

पांचवी सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने अपने संबोधन में कहा कि आज की आपा धापी वाली जीवन शैली में मेले एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम मन को सुकून एवं शरीर को स्वस्थ व शांत रखने में सहयोगी साबित होते हैं।

उन्होंने कहा कि मेले हमारी संस्कृति के वाहक हैं,मेलों से प्रेम भाईचारा बढ़ता है, एक दूसरे की संस्कृति जानने का मौका भी ऐसे ही कार्यक्रमों में मिलता है।

उन्होंने आम जनमानस का आह्वान करते हुए कहा कि मां भगवती,नवदुर्गा की पूजा 9 दिन की बजाए वर्ष भर करने का प्रण लेना चाहिए।

उन्होंने क्षेत्रीय विधायक व मेला समिति के मुख्य संरक्षक सुबोध उनियाल को विकास परक सोच का एक आदर्श जनप्रतिनिधि बताते हुए कहा कि मेले से जुड़ना मेरे लिए सौभाग्य की बात है ,और मैं ऐसी धरती को नमन करती हूं जहां मां कुंजापुरी का वास है।

विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत करते हुए वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष में, उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री भवन चंद्र खंडूरी की झलक दिखाई देती है।

उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को उत्तराखंड की पहचान पहाड़ी टोपी पहनाते हुए स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर वन मंत्री की धर्मपत्नी सुमन सुबोध उनियाल, मेला संयोजक राजेंद्र विक्रम पंवार, सलाहकार विनोद गंगोटी, पूर्व ब्लाक प्रमुख विनीता बिष्ट, मंडी परिषद के पूर्व अध्यक्ष वीर सिंह रावत आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक महेश गुसाईं ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *