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9 मार्च से धरने पर बैठेंगे ग्रामीण, पुलिस व प्रशासन को भेजा ज्ञापन
वाचस्पति रयाल@नरेंद्रनगर।
नगर के निचले छोर बखरियाणा में स्थित आर्मी कैंप से होकर लगभग एक दर्जन गांवों को जाने वाली रोड व पैदल मार्ग के मरम्मत व डामरीकरण के कार्य को सेना के अधिकारियों ने रुकवा दिया है।
फौज के अधिकारियों की इस नादिरशाही को देखते हुए ग्रामीणों ने आंदोलन का एलान करते हुए, आगामी 9 मार्च से उप जिलाधिकारी कार्यालय परिसर नरेंद्रनगर में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठने का फैसला लिया है। प्रभावित ग्रामीणों द्वारा किए जाने वाले आंदोलन की सूचना ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से स्थानीय प्रशासन और पुलिस को दे दी है।
ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि बखरियाणा स्थित आर्मी कैंप के बीच से गुजरने वाली रोड व पैदल रास्ता ग्राम ओणी, तलाईं, बखरियाणा, गुजराड़ा, हौदू, बखरोटी,कल़जोटी व काड़द आदि गांवों के लोगों का सैकड़ों वर्ष पुराना रास्ता है।उक्त गांवों के कुछ बुजुर्गों का कहना है कि जब बखरियाणा में आर्मी कैंप की स्थापना हुई, तब वे होश-हवास की उम्र के हो गए थे। उससे पहले न जाने कितनी पीढ़ियां इस रास्ते का उपयोग करती रही हैं।
हैरानी जताते हुए ग्रामीणों ने कहा है कि आर्मी कैंप स्थापित होने के बाद भी ग्रामीण सड़क और पैदल मार्ग का उपयोग निरंतर करते आ रहे थे, मिलिट्री ने कभी भी सड़क व पैदल मार्ग से जाने पर ग्रामीणों को, कभी ना रोका और ना टोका। मगर तीन-चार वर्षो पूर्व यहां पर सेवा की ऐसी कंपनी आई, जिसने ग्रामीणों का जीना दुभर कर दिया है।
मिलिट्री कैंप सेआवाजाही पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं,गंभीर मरीजों को भी लाने- ले जाने की अनुमति तक नहीं दी, और तब से जो भी कंपनी आयी, वे भी उसी पुराने ढर्रे पर चलते नजर आये। और ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ती चली गई। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा है कि इस रोड और पैदल मार्ग का मरम्मत पीडब्ल्यूडी विभाग पहले से निरंतर करता आ रहा था। मगर आर्मी अब पीडब्ल्यूडी को भी सड़क व पैदल मार्ग पर काम नहीं करने दे रही है।
सड़क पर जगह-जगह गड्ढे व क्षतिग्रस्त है, अनेकों जगहों पर डामरीकरण किया जाना है। इसके लिए डेड वर्ष पूर्व धनराशि भी स्वीकृत है।
मगर आर्मी पीडब्ल्यूडी को कतई भी काम नहीं करने दे रही है। बखरियाणा क्षेत्र में रोड पर पीडब्ल्यूडी को आर्मी द्वारा काम करने से रोका गया, जिसके कारण लो०नि०वि० को बैरंग वापस लौटना पड़ा। पिछले तीन-चार वर्षो से आर्मी द्वारा ग्रामीणों का मार्ग बंद किए जाने को लेकर, ग्रामीणों ने कई बार आर्मी के खिलाफ यहां धरना प्रदर्शन किया है।
स्थानीय प्रशासन, आर्मी व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों तथा ग्रामीणों के मध्य अनेकों बार वार्ता हुई हैं। मगर समझौते को अमली जामा आज तक नहीं पहनाया गया है। सड़क व पैदल मार्ग पर लोक निर्माण विभाग को कार्य करने से मिलिट्री द्वारा रोके जाने से नाराज़ ग्रामीणों ने आगामी 9 मार्च से उप जिला अधिकारी कार्यालय नरेंद्र नगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया है।
ग्रामीणों द्वारा गठित संघर्ष समिति के अध्यक्ष केसर सिंह पुंडीर व सूरत सिंह आर्य ने अफसोस और हैरानी जताई है कि उप जिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान एवं उप जिलाधिकारी युक्त मिश्रा के द्वारा लिखित रूप में दिए जाने के बावजूद कि किसी भी सार्वजनिक रास्ते को किसी भी स्थिति में अवरुद्ध नहीं किया जा सकता, प्रशासनिक अधिकारियों के इस निर्देश के बावजूद मिलिट्री द्वारा समय-समय पर ग्रामीणों का पैतृक व दैनिक कामकाज के रास्ते रोके जाते रहे हैं।
जो ग्रामीणों के साथ अन्याय है, और अब ग्रामीण इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि उन्हें अफसोस है, कि देश की जिस सेना द्वारा उन्हें प्रोटेक्शन दिया जाना चाहिए, वही ग्रामीणों को परेशान करने पर आमादा है।
और मजबूरन ग्रामीणों को मिलिट्री के खिलाफ आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कहा कि उनका यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहेगा।
पुंडीर और आर्य ने आगामी 9 मार्च को ग्रामीणों का आवाह्न किया है कि वे,अपनी मांगों को मनवाने के लिए पूर्वाह्न ठीक 10:00 बजे उप जिलाधिकारी कार्यालय परिसर नरेंद्रनगर पहुंचें।