पृथ्वी सुरक्षा के उपाय ना किये तो,असंतुलित पर्यावरण के बीच जीवन जीना दूभर हो जाएगा : सेमवाल

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भाषण में श्रेया और पेटिंग में राधा ने मारी बाजी

वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।

विश्व पृथ्वी दिवस पर यहां स्थित पालिका रामलीला मैदान में जिले के शिक्षा विभाग की विज्ञान प्रकोष्ठ द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विकास खंडों से छात्र-छात्राओं सहित उनके शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया। पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी कटिबंध हों, इसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी सेमवाल ने कार्यक्रम में मौजूद सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी पर प्रतिकूल पर्यावरण की होती जा रही बढ़ोतरी से जीवन के लिए बढ़ रहे, खतरों को कम करने के मकसद से पृथ्वी को पर्यावरण प्रदूषित होने से बचाना था। पृथ्वी दिवस पर विभिन्न तरह के प्रतियोगितात्मक विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने तन्यमयता से प्रतिभाग किया। प्रतियोगिताओं का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि सीईओ शिवप्रसाद सेमवाल ने सरस्वती के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन के साथ किया।

मुख्य अतिथि के स्वागत में नरेंद्रनगर स्थित श्री गुरु रामराय पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सरस्वती वंदना व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
प्रतियोगिता में भूमंडलीय उष्मीकरण का प्रभाव पर भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर,पेंटिंग, विज्ञान व गीत एवं नाटक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देवल धार की कु० श्रेया बागड़ी ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल नरेंद्रनगर की कु० प्रीति ने द्वितीय व राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कसमोली की कु०कल्पना रमोला ने तीसरा स्थान हासिल किया।

पेंटिंग प्रतियोगिता में श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल की कुमारी राधिका गुसाईं ने पहला,जबकि बालिका इंटर कॉलेज चंबा की कुमारी आरती डिमरी ने दूसरा और हाई स्कूल लोयल दोगी की कुमारी साधना पुंडीर ने तीसरा स्थान हासिल किया।
विज्ञान गीत एवं ड्रामा में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देवल धार ने पहला व श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल नरेंद्रनगर ने दूसरा स्थान हासिल किया।

अदिति ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय तथा दर्शन पुंडीर ने गुरु राम राय पब्लिक स्कूल की टीम का नेतृत्व किया।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल ने अपने सार गर्वित संबोधन में विश्व पर्यावरण दिवस के मायने सविस्तात समझाते हुए कहा कि प्रकृति ने हमें सुख-शांति से जीवन बिताने के लिए वायु, जल, प्रकाश, खनिज, पदार्थ, फलदार वृक्ष व अनेकों औषधीय वनस्पतियां उपहारस्वरूप दी हैं, सवाल यह पैदा होता है कि हम मानव जाति होने के नाते, प्रकृति के इन उपहारों को कितनी सीमा तक संरक्षित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा आज यही विचारणीय बिंदु है। और समूचे विश्व का ध्यान इस ओर गया है।
श्री सेमवाल ने मार्मिक संबोधन में कहा कि यदि धरती को संरक्षित करने के उपाय अमल में ना लाए गए तो,वह दिन दूर नहीं होगा जब पृथ्वी पर असंतुलित पर्यावरण के बीच जीवन जीना दूभर हो जाएगा।

मठियाली दोगी इंटर कॉलेज की शिक्षिका डॉक्टर सुमन रावत ने प्रोजेक्टर के जरिए पृथ्वी दिवस के बारे में सविस्तार समझाते हुए कहा कि अपनी आने वाली पीढ़ी और स्वयं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ,धरती पर पर्यावरण संरक्षित रखना हम सबका कर्तव्य है।
कार्यक्रम के संयोजक तथा जिला विज्ञान के समन्वयक अलख नारायण दुबे ने मुख्य शिक्षा अधिकारी की कार्यशाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व और दिशा निर्देशन में इंस्पायर अवार्ड से लेकर अन्य प्रतियोगिताओं में प्रदेश भर में जिले का विशेष स्थान वर्षों तक बना रहना हमारे मुखिया की प्रेरणा का प्रतिफल है।

प्रतियोगिता को संपन्न कराने में संयोजक अलख नारायण दुबे के अलावा,मचं संचालक पंकज ड्यूंडी, अनिल कुकरेती,उपमा उनियाल , पुष्पा रावत,मोनिका बिष्ट, अमित शर्मा,रोशन बिजल्वाण,जगदंबा प्रसाद डोभाल,विनोद बघेल,आलोक गौतम, दिनेश कुमार, डॉक्टर सुमन रावत, शशांक आदि मौजूद थे।

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