समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है शिक्षा : शिवप्रसाद सेमवाल

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  • अनुशासन,विषयों में अव्वल व उत्कृष्ट वेशभूषा के लिए छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित

वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर। शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में शिक्षक और शिक्षार्थी के बीच ज्ञान का लेन-देन होता है। शिक्षा मनुष्य के विकास और प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये विचार मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल ने नरेंद्रनगर के बगरधार स्थित माउंट कार्मेल क्रिश्चियन अकैडमी के वार्षिकोत्सव व अलंकरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।

अपने सार गर्वित,गवेषणात्मक तथा मार्मिक संबोधन में उन्होंने कहा कि ज्ञान प्राप्त करने की कोई सीमा नहीं होती।
कहा कि ज्ञान के महासागर में गोता लगाकर विवेक, ज्ञान,समझ और समर्पण की जो भावना विकसित होती है, उसी की बदौलत समाज आगे बढ़ता है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा को सामाजिक प्रगति की मुख्य रीढ़ बताते हुए कहा कि इसी पर फ़ोकस करते हुए,आज के दौर में सरकार भी बच्चों की उत्तरोत्तर शिक्षा में वृद्धि के हेतु निरंतर प्रयासरत है। श्री सेमवाल ने कहा कि शिक्षा मानवीय संपदा को बढ़ाती है और सभी क्षेत्रों में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। इसलिए अनादि काल से लेकर आज तक शिक्षा मानव विकास की मूलभूत आवश्यकता रही है।
आदिकाल से लेकर मौजूदा वक्त में इंसान आज जिस प्रगति के मंच पर खड़ा है, इसका बयां श्री सेमवाल ने अपने सार गर्वित शब्दों में करते हुए, समारोह में मौजूद समुदाय को झंकृत कर डाला।

उन्होंने कहा, आज के बच्चे कल देश के जिम्मेदार नागरिक बनें, इसके लिए संस्कारित व व्यवहारिक शिक्षा का देना बहुत जरूरी है। कहा कि बच्चे यदि बेझिझक शिक्षकों से सवाल पूछने की आदत डाल लें,तो उनके ज्ञान ग्रहण की क्षमता में चमत्कारिक वृद्धि होती है, उन्होंने उदाहरण देकर इसे समझाने की कोशिश की। श्री सेमवाल ने शिक्षा संबंधी अनेकों प्रसंगों को उद्धृत करते हुए, शिक्षा के मुख्य उद्देश्यों से सभी को अवगत कराया।

उन्होंने शिक्षण संस्था माउंट कार्मल क्रिश्चियन अकैडमी के टीचर्स स्टाफ को उनके काम के प्रति समर्पण की भावना की, भी प्रशंसा की।
कॉलेज के प्रधानाचार्य सुनील सिंह ने मुख्य अतिथि सहित बाहर से आए हुए आगंतुकों व अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज जहां उन्हें मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री सेमवाल जी का शिक्षा के क्षेत्र में मार्गदर्शन मिला, वहीं आगंतुकों और अभिभावकों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाकर जो सहयोग किया, उसके लिए विद्यालय परिवार आभार व्यक्त करता है।

सरस्वती के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुए, इस वार्षिकोत्सव व अलंकरण समारोह में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गढ़वाली, कुमांऊनी, पंजाबी व हिंदी लोक नृत्य व प्रस्तुतियों के साथ शानदार रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
इस अवसर पर वार्षिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले, अधिकतम उपस्थिति, विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले, वर्ष भर उत्कृष्ट वेशभूषा के लिए छात्र-छात्राओं को मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल, देहरादून ज्योति एकेडमी के प्रधानाचार्य विकास एंथोनी तथा माउंट कार्मल के प्रधानाचार्य सुनील सिंह द्वारा ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

वहीं विज्ञान, गणित, सामान्य ज्ञान व अंग्रेजी विषय के आलिम्पियर्ड में सर्टिफिकेट वर्क गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। बैच अलंकरण में हेड बॉय सुजल, हेड गर्ल अतुलिका के अलावा चार सदनों में अनुभूति,ओम पुंडीर, अनन्या, सुयश,निखिल,अनुष्का, आयुष, वंशिका, वर्णिका, आयुष बिष्ट,अनिरुद्ध, प्रिषा, आमोस, अनवी, अन्वेशा, तेज प्रताप, गौरव, रिद्धि पुंडीर,अनुकृति,अक्षत, नमन, अनुज्ञा, अनंतिका सहित अर्पिता आदि छात्र-छात्राओं के चार सदन गठित किए गए।

कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं के माता-पिता द्वारा बच्चों का बैच अलंकरण किया गया।
सदनों के हेड सहित सभी सदस्यों को जिम्मेदारियां सौंपी गई। तथा प्रधानाचार्य द्वारा सभी को कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम का संचालन कॉलेज की शिक्षिका श्रीमती मांडवी प्रसाद और श्रीमती शैरी द्वारा किया गया।

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