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वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।
टीएचडीसी ऋषिकेश के सौजन्य से नरेंद्रनगर स्थित स्वयंसेवी संस्था आशा किरण सेवा आश्रम में रह रहे एक दर्जन से अधिक असहाय व निराश्रित वृद्ध जनों के शारीरिक परीक्षण हेतु एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
ऋषिकेश एम्स से स्वास्थ्य जांच हेतु पहुंची चार डाक्टरों की टीम में डा० श्वेता सिंह, डॉक्टर प्रथम जैन,डॉ अकांक्ष गौतम व डॉक्टर अनुपम शामिल थे।
टीएचडीसी ऋषिकेश के सौजन्य से आयोजित स्वास्थ्य शिविर में एम्स से पहुंची विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने स्वयंसेवी संस्था आशा किरण सेवा आश्रम में रह रहे असहाय व निराश्रित वृद्धों का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
डॉक्टरों ने पाया कि असहाय निराश्रितों में शारीरिक कमजोरी, जोड़ों में दर्द व हाइजीन की ज्यादा शिकायतें थीं।
जिसके लिए उन्हें स्वास्थ्य कैंप में एम्स की ओर से आवश्यक दवाइयां वितरित की गई।
साथ ही डॉक्टरों ने उन्हें मॉर्निंग वॉक व थेरेपी की विधि बताई तथा असाध्य व बड़ी बीमारियों की जांच हेतु एम्स ऋषिकेश में आकर नि:शुल्क इलाज कराने का सुझाव दिया।
समिति के सचिव बिशनलाल शाह व अध्यक्ष संजय कुकरेती ने निराश्रितों के सहयोग के लिए टीएचडीसी ऋषिकेश तथा एम्स का आभार जताया है तथा भविष्य में भी सहयोग मिलने की उम्मीद जताई है।
आशा किरण सेवा आश्रम के अध्यक्ष संजय कुकरेती ने कहा कि स्वयंसेवी संस्था का कार्य असहाय व बुजुर्गों की सेवा करना है।
बताते चलें कि संस्था के संस्थापक व सचिव विशन लाल शाह वर्ष 2003-4 से नरेंद्रनगर में असहाय व निराश्रित बुजुर्गों के लिए स्वयं सेवी संस्था आशा किरण सेवा आश्रम स्थापित कर निरंतर सेवा में जुटे हुए हैं।
विशाल लाल शाह का कहना है कि आज के दौर में असहाय एवं निराश्रित बुजुर्गों की बड़ी फजीहत होती जा रही है। ऐसे लोगों की सेवा करने का भाव उनके मन में आया।
इस काम को आगे बढ़ाने के लिए परमात्मा पर विश्वास रखने वाले धर्मात्मा लोगों में अनेकों ने संस्था की मदद करते हुए, गरीब,असहाय व निराश्रितों की सेवार्थ उनका हौसला बढ़ाने के साथ सहयोग दिया, कहा उन सबका मैं जीवन भर आभारी हूं।
कहा कि मौजूदा दौर में सहायता देने वालों में टीएचडीसी ऋषिकेश व एम्स ऋषिकेश शामिल हैं।
संस्था के संस्थापक सचिव विशन लाल शाह का कहना है कि संस्था का अपना निजी भवन होना चाहिए। इसके लिए वर्ष 2004 से वे निरंतर प्रयासरत हैं, मगर सरकार व शासन का वांछित सहयोग ना मिल पाने के कारण अभी इसमें उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है।
उन्होंने कहा कि मानवता के नाते वे अपना मिशन निरंतर जारी रखेंगे, उन्हें उम्मीद है कि टीएचडीसी, एम्स, आनंदा होटल जैसी मानवतावादी संस्थानों के सहयोग से आशा किरण सेवा आश्रम में असहाय व निराश्रित बुजुर्गों की सेवा चलती रहेगी।
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि सरकार, शासन व प्रशासन उनके अथक प्रयास को अवश्य उम्मीद में बदलेगी।
शिविर के दौरान उषा कैंतुरा, सरिता कोठियाल आदि उपस्थित थे।