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- दोनों दिवंगतों की उत्कृष्ट कार्यशैली और कर्मठता को लोग आज भी सलाम करते हैं: कृषाली
वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर।
सेवा निवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन मुनिकीरेती -ढालवाला के सक्रिय सदस्य सुरेंद्र सिंह चौहान व उषा गैरोला के असामयिक निधन पर ढालवाला-मुनी की रेती स्थित संगठन के कार्यालय हाल में आयोजित शोक सभा में दोनों दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।
दोनों दिवंगत आत्माओं का अंतिम दाह संस्कार मुनी की रेती स्थित पूर्णानंद घाट पर किया गया। अंतिम दाह संस्कार के साक्षी बने, सैकड़ो लोगों ने दिवंगत आत्माओं को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
इस मौके पर शोक सभा में शामिल हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह कृषाली ने कहा पॉलिटेक्निक कॉलेज के कर्मठ व जाने-माने शिक्षक रहे (सेवानिवृत) सुरेंद्र सिंह चौहान मंसूरी विधानसभा के विधायक रहे राजेंद्र सिंह शाह के छोटे भाई थे, जबकि पिता घुरक सिंह देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।
शोक सभा में मौजूद सेवा निवृत्त राजकीय पेन्शनर्स संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह कृषाली ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घुरक सिंह चौहान के सुपुत्र व मंसूरी विधान सभा के पूर्व विधायक रहे राजेन्द्र शाह के छोटे भाई सुरेंद्र सिंह कुछ ही वर्षों पूर्व पौलिटेक्निक कालेज के शिक्षक पद से सेवा निवृत्त हुए थे,जबकि उषा गैरोला भी कुछ ही वर्षों पूर्व अध्यापक पद से सेवा निवृत्त हुई थी।
दोनों के आकस्मिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कृषाली ने कहा कि सेवाकाल के दौरान उत्कृष्ट कार्यशैली,काम के प्रति लगन/ निष्ठा व कुशल व्यवहार के धनी उक्त दोनों दिवंगतों को हम सब दिल की गहराइयों से सलाम करते हैं। दोनों दिवंगतों का संगठन के प्रति अटूट विश्वास था, वे संगठन की मजबूती के लिए सदैव क्रियाशील रहते थे।
शाखा अध्यक्ष शूरबीर सिंह चौहान ने विश्वास दिलाया कि संकट की घड़ी में पूरा संगठन शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है।
शोक व्यक्त करते हुए संगठन के प्रदेश प्रवक्ता जबर सिंह पंवार ने कहा कि दिवंगत चौहान समय-समय पर अपने अमूल्य सुझाव संगठन को देते रहते थे,उनके निधन से संगठन एवं क्षेत्र की अपूरणीय क्षति हुई है, चूं कि संगठन में सक्रिय रहते हुए, वे उत्तम दर्जे के सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। और यह प्रेरणा उन्हें अपने विधायक रहे भाई राजेंद्र शाह से मिला करती थी।
शोक व्यक्त करने वालों में विरेन्द्र सिंह कृषाली,शूरवीर सिंह चौहान व जबर सिंह पंवार के अलावा भगवती प्रसाद उनियाल,शूरवीर सिंह असवाल,धर्म सिंह रावत, यशपालसिंह चौहान,राजेन्द्र सिंह भण्डारी,शिव दयाल उनियाल, राजपाल रावत, प्रेमबहादुर थापा, विशेश्वर प्रसाद कण्डवाल, धर्म सिंह कृषाली,सोहनसिंह नेगी,धर्मपालसिह चौहान,वृजमोहन नौटियाल,कान सिंह पुण्डीर,चतर सिंह पुण्डीर आदि उपस्थित थे।